Home खास दिन के लिए खास तैयारियाँ

खास दिन के लिए खास तैयारियाँ

Posted by khaskhabar.com
wedding preprations

पिया मिलन की रूत करीब आते ही धडकनें जवां होने लगती हैं, लेकिन शादी से जुडी तैयारियों का ख्याल आते ही हर कोई थोडा-बहुत तनाव और परेशानी से घिर जाता है। इस खास दिन की तैयारियाँ बहुत ही सोच-समझकर और दिल से की जाएं। अगर शादी की प्लानिंग सही और समय रहते कर ली जाए, तो ना सिर्फ तैयारियाँ अच्छी होंगी। बल्कि बहुत सी मुश्किल भी आसान हो जाएगी।

जब तय हो जाएं शादी की तारीख
एक प्लानर या बुक खरीद लें, जिसमें कैलेंडर और पॉकेट्स हों, ताकि डेट व टाइम हिसाब से सबके नाम-पते नोट करके रख सकें। ये बेहद सुविधाजनक होगा, क्योंकि आपको सब कुछ एक ही जगह पर मिल जाएगा।
शादी से जुडी सभी रस्मों की जानकारी हासिल कर लें और कब, कैसे और कहां करना है, यह भी निश्चित कर लें।
शादी की तारीख तय होते ही शादी की तैयारियाँ और प्लानिन्ग शुरू कर दें, ताकि अचानक बहुत सारे काम और तनाव से बच सकें।

जब शादी में हों 6 मन्थ
सबसे पहले पहले अपनी जरूरत व आर्थिक स्थिति के अनुसार शादी का बजट तय करें। वेडिंग प्लानिन्ग में यही सबसे महत्वपूर्ण है। अगर आपका बजट कम है, तो सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए फिजूलखर्ची ना करें। अपने करीबी लोगों के साथ सिम्पल शादी का मजा लें।

 शादी और रिसेप्शन का हॉल भी बुक कर दें और यह भी पता कर लें कि यदि किन्हीं कारणों से शादी की तारीख आगे-पीछे होती है, तो कैंसलेशन, रिफंड और रिशेड्यूलिंग की क्या पॉलिसी है।

कैटरर, वीडिया शूटिंग, डीजे, फ्लोरिस्ट बैण्ड बाजा, घोडी, पंडितजी वगैरह की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दें और कई जगह पता करके बुक करें, ताकि मार्केट रेट का पता चल जाएं। यहां भी कैंसलेशन, रिफंड और रिशेडयेलिंग की पॉलिसी का पता कर लें। कैटरर को करने से पहले बेहतर होगा कि उनका खाना चख कर देखें या कुछ दिन तक उनके यहां से खाना मंगाकर देखें। इससे खाने के टेस्ट और वेरायटीज का भी अंदाजा हो जाएगा।

वेडिंग डे्रसेस और ज्वैलरी डिजाइन्स भी पांच-छह महीने पहले ही देखना शुरू कर दें और जो भी खरीदे उसे ट्राई करके देख लें कि फिटिंग सही और सुविधाजनक है कि नहीं। डिजाइन्स और स्टाइल सूट कर रहा है या नहीं।

अपना हनीमून और उसका बजट भी छह महीने पहले ही प्लान कर लें। बुकिंग वगैरह भी करवा लें, क्योंकि सीजन के वक्त बहुत मुश्किल होती है। यदि विदेश जाने का प्लान हो, तो पासपोर्ट वगैरह बनवा लें। क्योंकि उसमें महीनों लग जाते हैं।

अगर फ्लोरिस्ट व डेकोरेशन में और पैसा बचाना है, तो यह जिम्मेदारी घर के किसी सदस्य, रिश्तेदार या अपने दोस्तों को भी दे सकते हैं।

शादी में ऑफिस में से किस-किस को बुलाना है यह भी सोच लें, क्योंकि सभी लोग शादी में नहीं आते, सिर्फ करीबी रिश्तेदार ही आते हैं।