Home क्या समय के साथ बिखरते है रिश्ते ....

क्या समय के साथ बिखरते है रिश्ते ....

Posted by khaskhabar.com
realationship love

काव्य बाथरूम से बेडरूम मे आया और अलमारी से रेड शर्ट निकाल कर पहनने लगा। तभी सिया ने दूसरी अलमारी से ब्ल्यू जींस निकाली और अपनी प्यार भरी निगाहों से काव्य की ऑंखो में झांकती हुई बोली-"रेड शर्ट के साथ ब्ल्यू जींस जमेगी। प्यार भरी शरारती निगाहों में काव्य जैसे डूब सा गया और अनायास ही उसे ऑफिस का ख्याल आया और वह घर से निकल गया, लेकिन पूरे रास्ते इस सुबह की खूबसूरत शुरूआत से उसका मन प्रसन्न रहा सिया रात को जब घर का काम निपटाकर बेडरूम मे आई तो काव्य ने उसे अपनी बांहो में भरते हुए कहा "तुम बहुत थक गई होगी" काव्य के यह कहते ही न जाने सिया की थकान कहॉं चली गई, अपने पति से मिले इस प्यार और आदर ने उसके मन मे भी प्यार के फुल खिला दिए। दरअसल यही जज्बा दंपतियो में रोमांस को पहले की तरह जवां रखने के लिए बहुत जरूरी है। एक दूसरे को विशेष महसूस कराना, सराहना और प्यार करना, एक दूसरे की इच्छाओं को समझना ही प्यार के जुनून को बनाए रखता है। परन्तु आज कितने दांपत्य जो़ड इस जज्बे को कायम रख पाते हैक् अक्सर कई लोग ये समझ नही पाते है कि उनके रिश्ते क्यों बिखर रहे हैक् क्यों उनका वैवाहिक जीवन नीरस होता जा रहा हैक् क्यों अब वह अपने यौन-संबंधो में पहले जैसी ताजगी महसूस नही कर पातेक् असल में रिश्तो के बिखरने का कारण ,एक दूसरे की भावानात्मक या शारीरिक आवश्यकताओं को पूरा न कर पाना भी हो सकता है।
ज्यादातर मामलों में दंपती एक दूसरे को ""फॉर गा्रन्टेड"" लेना शुरू कर देते है वे एक दूसरे के साथ बौद्धिक और भावनात्मक रूप से साझे करना बंद कर देते है, जिससे उनके बीच धीरे-धीरे अंतरंगता खोने लगती है। जब रिश्तो में आत्मीयता का अभाव होने लगता है तब स्वत: ही वैवाहिक जीवन में नीरसता आ जाती है जिसका असर सर्वाधिक यौन-संबंधो में भी प़डता है, दूसरे शब्दो में कहे तो आत्मीयता के बिना सेक्स अंतत उथला और अधूरा ही रह जाता है। हो सकता है कि आप इस रिश्ते को बनाए रखने के लिए आत्मीयता की गहराइयो के बिना भी यौन-संबंधो में लिप्त रहे, परन्तु जल्दी ही आपका रिश्ता दम तो़ड देगा। एक वैवाहिक जीवन मे अक्सर देखा गया है कि पुरूषों को आत्मीयता की आवश्यकता होते हुए भी इसे इतना महत्व नही देते है, वे इसके आभाव में भी जल्दी से यौन संबंधो के लिए तैयार हो जाते है। वही महिलाओ को एक अच्छा यौन-संबंध स्थापित करने के लिए आत्मीयता की आवश्यकता होती है। जब तक वह यह महसूस नही करती है कि उनके साथी के मन मे उनके लिए प्यार, विश्वास और विशेष जैसी भावनाए है, वह अपना प्यार पूर्ण रूप से न्यौछावर नही कर पाती है। अक्सर दंपती यह सोचने लगते है जब रिश्ते मे निरसता आ ही गई है तो क्यो न अपने लिए एक नए साथी की तलाश की जाएं, पर असल मे समस्या ये नही है, निpत तौर पर एक नऎ संबंध मे आप उत्साह और जुनून महसूस करेगे परन्तु समय के साथ अगर आपने इसे मेनटेन नही किया तो निpत तौर पर इसका अंजाम भी आपके पुराने रिश्ते की तरह की होगा।
इसलिए इससे बेहतर है कि आप अपने पुराने रिश्ते मे ही आत्मयिता, जुनून, उत्साह जैसी भावनाओ का समावेश करने का प्रयास करे, जितनी गहरी आत्मीयता आपके रिश्ते मे होगी उतना ही अधिक आपका वैवाहिक व यौन-जीवन आनंनदमय और संतोषजनक होगा। इसके लिए एक या दोनो पाटर्नरस आपसी आवश्यकताओं को पूरा करने व जुनून पैदा करने के लिए कुछ नयापन ला सकते है यदि आप अपने रिश्तो की आत्मीयता को बरकरार रखना चाहते है तो एक दूसरे की इच्छाओ को जाने , सम्मान करे, कुछ अचानक देने वाली खुशी जैसे प्रयोजनो का प्रबंध करे, रोमांचक बाते और गुदगुदाती सेक्स एकटिविटी भी आपसी अंतरंगता को बढ़ाने मे मदद करेगी। एक दूसरे में अधिक से अधिक दिलचस्पी ले परन्तु साथ ही स्पेस देना न भूले, यह बात आपको समझनी होगी की जितना अधिक एक दूसरेे की भावनाओं और शरीरिक आवश्यकताओं को जानेगे और पूरा करने का प्रयास करेगे उतना ही जल्दी आप अपने बिखरे रिश्तो को समेट पायेगे और एक सुखद वैवाहिक जीवन व्यतीत कर पायेगे।