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लवगुरू [प्यार के आठ पाठ]

Posted by khaskhabar.com
love lesson

स्कू ल में किताबों के पाठ याद रहे हों या नहीं लेकिन पे्रम के पाठ को याद रखना जरूरी है। हंसती-गाती जिंदगी के लिए पे्रमग्रंथ के पाठ याद रखना भी जरूरी है। इन पाठों को पढने के बाद पति-पत्नी के रिश्ते और भी मजबूत होंगे। इतना ही नहीं,एक-दूसरे के बारे में पैदा होने वाली गलतफहमियों से भी निजात मिलेगी।
1. दूरी से बढता है प्यार
पास रहने से प्यार बढता है और दूर रहने से प्यार कम होता है। ऎसी आम धारणा है। लेकिन  कभी-कभी दूरी से भी प्यार बढता है। कई ऎसे पति-पत्नी हैं,जो पढाई और नौकरी के सिलसिलें में अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं। दिनों या महीनों बाद मिलने पर ऎसे जोडे एक-दूजे पर खूब लाड-प्यार दिखाना चाहते हैं। ये किसी भी बात पर एक-दूसरे की गलतियों को बताने के लिए भी मीठी बोली का सहारा लेते हैं,लेकिन ऎसे कपल के बीच खटपट की संभावना काफी अधिक होती है,जिनका ज्यादातर समय एक साथ गुजरता है। इसलिए महीने 2 महीने में एक बार कुछ दिनों के लिए एक-दूसरे से अलग रह कर देखें। हर बार आपके बीच का प्यार बढता ही जाएगा।
2. कम्युनिकेशन
जब आपसी रिश्तों में बातचीत से ज्यादा खामोशी आ जाती है,तो सावधान हो जाएं। कम्युनिकेशन में किसी किस्म की रूकावट रिश्तों में कडवाहट पैदा कर सकती है। ऎसा हर रिश्ते के साथ होता है। लेकिन कम्युनिकेशन का मतलब चौबीसों घंटे बकबक करने से नहीं है। हल्की-फुल्की बातचीत या 3-5 शब्दों में भेजे गए एसएमएस भी काफी कारगर होते हैं, क्योंकि कभी-कभी लिखे हुए शब्द बोले गए शब्दों से अधिक कमाल कर जाते हैं।
3. आपसी समझ और जिम्मेदारी
पति के साथ-साथ पत्नियों को भी अपनी जिम्मेदारी आपसी समझ से तय करनी हिए। अक्सर घर के बाहर के काम को पति की जिम्मेदारी समझी जाती है। बेहतर होगा यदि आप इसे अपनी जिम्मेदारी भी समझें। ऎसा करने से आपके पति के ऊपर पड रहा अतिरिक्त दबाव कम होगा और आप भी जिम्मेदार हो जाएंगी। इतना ही नहीं,दोनों के मन में एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावनांए बढती ही जाएंगी।
4. जब पार्टनर रहने लगे कटा-कटा सा
यदि आपका पार्टनर किसी बात से परेशान है और कटा-कटा सा या उदास रहने लगा है तो उनको समझने की कोशिश करें। उनकी ये हरकतें उनसे ज्यादा आपको परेशान करना शुरू कर देंगी। आपके मन में कई तरह के संदेह पैदा हो सकते हंै। इस संदेह में सबसे ऊपर पार्टनर की जिंदगी में किसी और के होने की बात भी हो सकती है। बेहतर होगा कि कई दिनों तक उनके स्वभाव में हो रहे परिवर्तनों पर गौर करें। चाहे तो इसे एक पेपर पर नोट भी कर सकते हैं। एकांत में उन पर विचार करें। हो सकता है कि आप बेवजह परेशान हो रही हों। लेकिन अगर आपको अपना शक सही लगे, तो सही समय देख कर उनके मन को टटोलने की कोशिश करें।
5. कुछ बातें अपने तक ही सीमित रखें
कई पुरूष पत्नियों के खानपान से ले कर, पहनने-औढने के तौर-तरीके पर ध्यान रखते हैं। ऎसा करके उन्हें काफी संतुष्टि मिलती है, ताकि आपके मन में उनके प्रति अधिक प्यार उमडें। अगर पति इतना केयर कर रहा है,तो इसमें क्या हर्ज है, लेकिन हसबैंड की इन आदतों को दोस्तों से शेयर ना करें। कई लोग इसे çस्त्रयोंचित गुण मानते हैं। ऎसे में आपके पति हंसी के पात्र बन सकते हैं।
6. जब पार्टनर कोई बात शेयर ना करे
आपके पति परेशान दिख रहे हैं और वे आपसे इसे शेयर नहीं करना चाहते,तो उनसे जबर्दस्ती ना करें। पुरूषों का ध्यान घर और बाहर दोनों और बंटा होता है। उनकी जिंदगी में काफी उथल-पुथल होती रहती है। लेकिन महिलाओं की तरह वे सभी बातों को बांटना पसंद नहीं करते हैं। ऎसी स्थिति कभी आपकी जिंदगी में आए, तो इसे कबूल करें।
7. रोमांस के लिए निकाले समय
शादी के कुछ साल बाद ही कई यंग कपल के रोमांस और सेक्स जीवन में निरसता आने लगती है। लेकिन रोमांस और सेक्स को समय देनेवाले जोडे दूसरों की तुलना में अधिक खुश रहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार विवाह के पहले 6से 18 महीने में कपल मे काफी जोश होता है। वे अपना ज्यादातर समय एक-दूसरे की बांहों में खोए रह कर व्यतीत करते हैं। हर कपल को यह प्रयास करना चाहिए कि विवाह में वे रोमांस के लिए समय निकालें।
8.पहले आप नहीं पहले मैं
पहले आप पहले आप...की लखनवी तहजीब हर मौके के लिए फिट नहीं है। कभी-कभी पहले "मैं" से भी शुरूआत होनी चाहिए। किसी भी रिश्ते को टिकाऊ बनाने के लिए पहले "मैं" के बोल काफी कारगर साबित होते हैं। अक्सर तनाव के बाद हसबैंड-वाइफ के बीच एक गहरी खामोशी छा जाती है। यह रिश्ते की गरमाहट को गायब कर देता है। दोनों के बीच की गर्मजोशी कहीं गायब हो जाती है। इस तरह के हालत उत्पन्न होने पर पहले मैं का फॉर्मूला आजमाएं। यानी बातचीत की शुरूआत आपकी तरफ से होनी चाहिए। यह भी ध्यान रखें, कि बातों में तानों की कोई जगह ना हो।