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प्यार का कैमिकल लोचा

Posted by khaskhabar.com
love chemistry

कहते हैं कि प्यार दिलों में बसता है लेकिन विज्ञान के अनुसार प्यार दिलों में बसता है। भावनाओं के उद्वेग से जिन केमिकल का रिसाव होता है, वही प्यार की केमिस्ट्री बनाते हैं। रिश्तो की बेहतरी तभी है जब इनकी सही केमिस्ट्री कायम हो। इस केमिस्ट्री को जानना और बनाए रखना बहुत जरूरी है। इस मामले में विज्ञान भी हमारे ज्ञान से सहमत है। केमिकल लोचा: जब भी दो लोग आपस में आकर्षित होते है तो उस समय दिमाग में एड्रेनिल जैसे न्यूरोकेमिकल का रिसाव तेजी से होता है। दिल में एक अजीब सी आग लगती है। साथ ही फेनिलथाइलामाइन केमिकल तेजी से नव्र्स सेल के बीच बहने लगता है। डोपामाइन जहां अच्छा महसूस कराने में सक्षम होता है, वहीं नॉरपाइनफिराइन एड्रेनिलाइन का उत्पादन बढाता है। ये दिल की गति को बढा देते हैं। ये तीनों सम्मोहन या लगाव की केमिस्ट्री बनाते हैं। इसी से प्रेमियो के भीतर सुख और ऊर्जा का संचार होता है। रात भर अपने प्रेमी या अपनी प्रेमिका के बारे में सोचते हुए बिता देते हैं। हवा में उडने का मन करता है। यही है प्यार की केमिस्ट्री। सब तरफ खुशियां ही खुशियां नजर आती है।
हार्मोन हाई हो जाते हैं और केमिकल के संयोजनसब कुछ अच्छा-अच्छा लगने लगता है। लेकिन इस केमिस्ट्री को बना के रखना बहुत जरूरी है। गौरतलब है महिला और पुरूष दोनों का व्यक्तित्व अलग होता है। साथ ही उनकी आदते और पसंद-नापसंद भी अलग होती है। लेकिन मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि दोनों में से अगर एक पार्टनर पोजिटिव हो और एक नेगेटिव तो सामंजस्य बैठाने में परेशानी नहीं होती। लेकिन अगर दोनों एक जैसे हो तों सामंजस्य बैठाना मुश्किल हो जाता है। हम आपको बता रहे है कि आप किस तरह से आप अपने प्यार की केमिस्ट्री को बना के रख सकते हैं।
1. बदलने की कोशिश न करें: आपका पार्टनर जैसा है उसे वैसा ही रहने दें, उसे बदलने की कोशिश न करें। किसी को भी पूरे तौर पर बदलना नामुमकिन है। आप जो परिवर्तन अपने साथी में चाहते हैं, उसे अपने पक्ष में सोच कर देखिए कि क्या आप अपने साथी को पूरी तरह से बदल पांएगे।
2. भिन्न विचार: दो व्यक्तियों के विचार और रूचि भी अलग-अलग होती हैं। जब विचारों को लेकर आपस में टकराव हो जाए तो शांत हो जाना चाहिए और उस स्थिति को टालने की कोशिश करें। मामला शांत होने पर अपने साथी को प्यार से समझाएं।
3. प्यार जताएं: शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ जाती है। जब बच्चे हो जाते हैं तो पति और पत्नी दोनों ही अपनी लाइफ में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन इस व्यस्तता और भागदौड भरी जिंदगी में अपनी जिम्मेदारियां निभाते हुए कहीं आपका आपसी प्यार न खो जाए। इसकेलिए जरूरी है अपने साथी के प्र्रति अपने प्यार को जताते रहना। कभी-कभी बाहर घूमने का प्रोग्राम बनांए। प्यार और नजदीकी दोनों बढेगी।


4. आकर्षण: प्यार की बुनियाद आकर्षण ही है। अपना आकर्षण बनांए रखें। सलीके से कपडे पहने और तरीके और सभ्यता से बात करें। कोशिश करें की आपका साथी हमेशा आपकी तरफ आकर्षित रहे।
5. पहचान: जिसकी स्वतंत्र पहचान नहीं होती, उसे कोई पसंद नहीं करता। जब आप खुद की पहचान बना पांएगे तभी तो दूसरों से आपके संबंध मजबूत होंगे। अपने विचारों और मूल्यों की कद्र करें। आपका साथी अपनी पसंद के रूप में आपको पाकर गर्व महसूस करेगा।
6. सहजता: हर विष्ाय को सहजता से लेने की कोशिश करें। सामने वाले की बात को धैर्य से सुनें और समझने का प्रयास करें। संबंधो को जितनी सहजता से लेंगे, संबंध उतने ही बेहतर होेगे।