Home बहुत नाजुक है सगाई से शादी तक का सफर

बहुत नाजुक है सगाई से शादी तक का सफर

Posted by khaskhabar.com
dating time

डेटिंग पीरियड या कोर्टशिप के दौरान अकसर ऎसे पल आते हैं जब एक लडकी को यह साबित करना पडता है कि अगर वह अपने पार्टनर से प्यार करती है तो उससे नजदीकियां बढाएं। कई बार लडकियां भावुक होकर इस स्थिति में समझौता भी कर लेती हैं और वहीं उनसे गलती हो जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं ऎसे पल सिर्फ "गलती" ही होते हैं। शारीरिक मानसिक और सामाजिक हर पहलू से इस तरह के समझौतों की कीमत लंबे समय तक चुकानी पडती है। इस तरह की स्थिति लगभग हर उस लडकी को फेस करनी पडती है जिसका शादी से पहले रिश्ता होता है। देखा जाता है कि उनका बॉयफेंरड उन्हें शारीरिक करीबियां बनाने के लिए इमोशनली ब्लैकमेल करता है।
वे इस तरह के वाक्यों का प्रयोग करते नजर आते हैं जैसे...हम पूरी तरह क्यों नहीं मिल सकते...रिश्ते का अगले लेवल तक ले जाने के लिए शारीरिक रूप से करीब आना जरूरी होता है....आदि। लडकियां भावनाओं की रौ में बहकर इन वाक्यों से बहक जाती है और अपनी हदें पार कर जाती हैं। हालांकि ये पल होते भी बेहद भावनात्मक हैं लेकिन यहीं मानसिक संतुलन बनाए रखने की जरूरत होती है दिल से ज्यादा दिमाग से सोचने की जरूरत होती है।
1. रिश्तों की हद: हालांकि रिश्ते की हदों को तय करना आपका निजी मामला है और व्यक्ति इस हद को खुद निर्धारित करता है लेकिन इसके निर्धारण में कई बातें अहम होती हैं। हर वो काम जिसे दूसरों को बताने में आप शर्मसार महसूस करें वह आपकी हद के बाहर है। किसी के लिए हाथ पकडना। किसी कि हदें इन बातों से बहुत ऊपर होती है। हदों का निर्धारण व्यक्ति के सामाजिक परिवेश पालन-पोषण शिक्षा आदि बातों पर निर्भर करता है। आज के जमाने में बच्चें को-एजुकेशन में पढते हैं इसलिए लडके-लडकियों का हैंडशेक या इसी तरह की अन्य बातें आम हैं। कई बार हम अपने बच्चों के लिए हदें तय करने लग जाते हैं और इस प्रक्रिया में हम काफी संकीर्ण मानसिकता के हो जाते हैं जो कि गलत है।
2. शालीन रहें: यदि किसी कारणवश आपको ऎसी स्थिति का सामना करना पडें जब आपका पार्टनर आपसे करीबियां बढाना चाहे और आप असहज हों तो आपका सही ढंग से रिएक्ट करना जरूरी है। अगर आपका रिएक्शन गलत हुआ तो आपका रिश्ता मुश्किल में आ सकता है। ऎसी संवेदनशील स्थितियों में सही प्रतिक्रिया देना भी जरूरी है। सही प्रतिक्रिया से यहां मतलब सरेंडर कर देने से नहीं है। ऎसी स्थितियों में लोग ओवर-रिएक्ट कर देते हैं जो कि गलत है। यदि आपका पार्टनर आपसे नजदीकियां बढाना चाहे और आप असहज महसूस करें तो शुरूआत में ही उन्हें रोकें। रोकने के लिए आप उन्हें शालीन लेकिन स्पष्ट अंदाज में बता सकती हैं कि आप असहज हैं और सही समय पर ही आप रिश्ते को इस मोड पर ले जाना पसंद करेंगी। अगर आप अपने पार्टनर को नजदीक आते वक्त बुरी तरह झिडक दें या गंवाने के डर से आप अपनी बात न कहें यह और भी गलत होगा। इसलिए शालीन अंदाज अपनाना सबसे बेहतर विकल्प है।
3.अच्छी नहीं समय से पहले नजदीकी: समय से पहले अगर हदें पार की जाएं तो उसके तरह-तरह के नुकसान हो सकते हैं। समय से यहां हमारा मतलब उम्र और रिश्ते के स्टेटस से है। कम उम्र में शारीरिक नजदीकियां किसी हाल में भी अच्छी नहीं होतीं। इसके अलावा ऎसी नजदीकियां मानसिक उथल-पुथल का भी बडा कारण बन सकती हंै। अक्सर ऎसी अनचाही नजदीकियां अफसोस का कारण बन जाती हैं। आप हमेशा एक मानसिक डर के शिकार बने रहते हैं कि कहीं किसी को पता चल गया तो क्या होगा। अगर आप पढाई कर रही हैं तो आपकी एकाग्रता पर फर्क पड सकता है। इस तरह के लुका-छिपी वाले रिश्ते अकसर दूसरे रिश्तों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए इन स्थितियों से बचना जरूरी है।